Mention153156

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rdf:type qkg:Mention
so:description ;ईश्वर/भगवान पर उद्धरण: (hi)
so:description ;अहिंसा पर उद्धरण: (hi)
so:description ;आदर्श पर उद्धरण: (hi)
so:description ;कर्म पर उद्धरण: (hi)
so:description ;कष्ट पर उद्धरण: (hi)
so:description ;ज्ञान पर उद्धरण: (hi)
so:description ;इतिहास पर उद्धरण: (hi)
so:description ;गुण पर उद्धरण: (hi)
so:description ;अहंकार पर उद्धरण: (hi)
so:description ;अस्पृश्यता पर उद्धरण: (hi)
so:text बहुसंख्यकों के लिए सुलभ और अनुकूल भाषा ही राष्ट्रभाषा के पद पर सुशोभित ही सकती है, अतः बहुसंख्यक हिन्दुओं की सांस्कृतिक भाषा हिन्दी ही सम्पूर्ण देश में समझी जा सकती है और यह राष्ट्रभाषा बन सकती है इसे संस्कृतनिष्ठ बनाने के लिए उर्दू और अंग्रेजी के शब्दों को प्रयुक्त न किया जाये। दृढ़ता से डटे रहकर ही विदेशियों के भाषाई आक्रमण को विफल किया जा सकता है। इसकी पूर्ण सफलता के लिए हिन्दू संकल्प लें- ‘संस्कृतनिष्ठ हिन्दी ही हमारी राष्ट्रभाषा तथा नागरी लिपि ही हमारी राष्ट्रलिपि है। ‘ऋषि दयानंद ने ठीक ही तो उद्घोष किया था कि हिन्दुस्तान के अखिल हिन्दुओं की राष्ट्रभाषा हिन्दी है। विदेशी शब्दों की घुसपैठ के कारण हिन्दी भ्रष्ट न हो। इसके लिए जागरूक रहने की आवश्यकता है। भाषा राष्ट्रीयता का एक प्रमुख अंग है। हमारी संस्कृति, सभ्यता, इतिहास, न्याय, दर्शन आदि सर्वागीं विषय इसी भाषा में हैं। (hi)
so:isPartOf https://hi.wikiquote.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%95_%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%A6%E0%A4%B0_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%B0
so:description ;भाषा /राष्ट्रभाषा/हिन्दी पर उद्धरण: (hi)
so:description ;परतन्त्रता पर उद्धरण: (hi)
so:description ;धर्म पर उद्धरण: (hi)
so:description ;गीता पर उद्धरण: (hi)
so:description ;कर्तव्य पर उद्धरण: (hi)
so:description ;भारत / देश पर उद्धरण: (hi)
so:description ;अन्याय पर उद्धरण: (hi)
so:description ;देशभक्ति/देशसेवा पर उद्धरण: (hi)
Property Object

Triples where Mention153156 is the object (without rdf:type)

qkg:Quotation143653 qkg:hasMention
Subject Property