Mention439798
Download triplesrdf:type | qkg:Mention |
so:text | पाप, दुराचार, अनीति, छल एवं अपराधों की प्रवृत्तियां जहाँ पनप रही होंगी वहाँ प्रगति का मार्ग रुक जाएगा और पतन की व्यापक परिस्थितियाँ उत्पन्न होने लगेगी। मनुष्य की वास्तविक प्रगति एवं शांति तो पारस्परिक स्नेह, सौजन्य एवं सहयोग पर निर्भर रहती है, यदि वह प्राप्त न हो सके तो विपुल साधन सामग्री पाकर भी सुख-शान्ति के दुर्लभ ही रहेंगे। (hi) |
so:isPartOf | https://hi.wikiquote.org/wiki/%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE |
so:description | विविध विषयों पर (hi) |
Property | Object |
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Triples where Mention439798 is the object (without rdf:type)
qkg:Quotation416545 | qkg:hasMention |
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